--------------------------- हृदयिका ---------------------------
खगोलिका, समुद्रिका,
समुद्रिका, खगोलिका;
प्यारी पुत्रियां ....
नील गगन और नीला जल, उड़े मछलियाँ ....
हैं सारा जहाँ,
आज, अब, यहाँ;
बहता... आसमां,
ये तेरी माँ...
ना डरना हैं, ना लड़ना हैं
जीते रहना हैं |
जुग जुग जियो, बेटियों
ओ हृदयिका ....
खगोलिका, समुद्रिका। ....
मुकेश कुमार भंसाली
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