ONCE MORE
"तुझमें खुद का नूर हैं", सुनते ही वो बोली Shut up ।
मैं उदास होकर जाने लगा तो वो बोली What's up ।
वो नखरे दिखा रही थी, मैं समझा कि इनकार हो गया ।
मैं Flirting कि Practice में था, और वो समझी कि प्यार हो गया ।
उसके अरमान जाग उठे थे, उमंगें भी जवान हो गयी ।
हमारी जवानी तो बची रही, पर उमंगें कब की कुर्बान हो गयी ।
बेदिली उसने दिखाई थी, पर दिल हमसे ही रुखसत था ।
अब " What's up " को क्या बताएं कि क्या हमारा मकसद था ॥
जो दिल किसी दिन टूटा था, आज दिलों को तोड़ रहा हैं ।
अपने दिल को फिर मौका दें, जो न उम्मीद दौड़ रहा हैं ॥
मुकेश कुमार भंसाली ।
१४/०१/२०१४
"तुझमें खुद का नूर हैं", सुनते ही वो बोली Shut up ।
मैं उदास होकर जाने लगा तो वो बोली What's up ।
वो नखरे दिखा रही थी, मैं समझा कि इनकार हो गया ।
मैं Flirting कि Practice में था, और वो समझी कि प्यार हो गया ।
उसके अरमान जाग उठे थे, उमंगें भी जवान हो गयी ।
हमारी जवानी तो बची रही, पर उमंगें कब की कुर्बान हो गयी ।
बेदिली उसने दिखाई थी, पर दिल हमसे ही रुखसत था ।
अब " What's up " को क्या बताएं कि क्या हमारा मकसद था ॥
जो दिल किसी दिन टूटा था, आज दिलों को तोड़ रहा हैं ।
अपने दिल को फिर मौका दें, जो न उम्मीद दौड़ रहा हैं ॥
मुकेश कुमार भंसाली ।
१४/०१/२०१४
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